वर्तमान दौर कारोबार में प्रतियोगिता का दौर है। हर कारोबारी एक – दूसरे कारोबारी से आगे निकल जाने की दौड़ में शामिल हैं। टेक्नोलॉजी के बढ़ते प्रसार से चीजें और तेजी से बदल रही हैं। ऐसे में अगर कोई बिजनेसमैंन पुराने ढर्रे पर कारोबार चलाने की सोचेगा तो वह बाकियों की अपेक्षा काफी पीछे छूट जायेगा।
ऐसे में उपाय क्या है जिससे समय के साथ कदम से कदम मिलाकर चला जा सके। इसका उपाय यही है कि बिजनेस ग्राहक के जरूरत के हिसाब से चलाया जाना चाहिए। ग्राहक की जरूरत के मुताबिक बिजनेस चलाने से यहां तात्पर्य है ग्राहक जिस चीज की मांग करें वह सभी चीजें उपलब्ध कराना ही एक एक मात्र बिजनेस सफल करने का मंत्र है।
एक उदाहरण के तौर पर समझिए
इस विषय में नोकिया मोबाइल का म सबसे बेहतरीन है। नोकिया मोबाइल जब शुरुवात में आया था तब पूरी मार्केट में नोकिया मोबाइल का ही कब्ज़ा था। नोकिया मोबाइल के अलावा मार्केट में कोई और फोन बिकता नही नहीं था। लेकिन जब स्मार्ट फोन का दौर आया तब नोकिया काफी पिछड़ गया।
क्यों ? क्योंकि नोकिया के प्रबंधन ने एंड्राइड फोन बनाने से इंकार कर दिया। बाकी मोबाइल कंपनियों ने एंड्राइड को हाथोहाथ लिया। स्थिति बदल गई। नोकिया मोबाइल मार्केट से गायब हो गई। एंड्राइड मोबाइल ने मोबाइल मार्केट में कब्ज़ा जमा लिया। ठीक इसी तरह बिजनेस में भी होता है। अगर किसी कारोबारी के पास इतना धन नहीं है कि अपने बिजनेस में नई टेक्नोलॉजी से युक्त या ग्राहकों के मांग के अनुसार प्रोडक्ट ला सके तो उन्हें बिजनेस लोन का सहारा लेना चाहिए।
बिजनेस में व्यवसाय ऋण की आवश्यकता
समान्य तौर पर देखा जाये तो एक बिजनेस चलाने में बहुत से खर्चें होते हैं। सभी खर्चो के साथ कुछ नया करना संभव नहीं हो पाता है। लेकिन कारोबारी अगर बिजनेस लोन का सहारा लेते हैं तो उनके लिए काफी फायदा हो सकता है। जानिए बिजनेस की जरूरत क्यों है:
- बिजनेस में नया प्रोडक्ट लाने के लिए: बिजनेस में परंपरागत प्रोडक्ट बेचने के साथ कुछ नया प्रोडक्ट लाना चाहिए। नये प्रोडक्ट से नये ग्राहक बनाने के साथ पुराने ग्राहकों की जरूरतें भी पूरी की जा सकती है।
- वर्किंग कैपिटल मेंटेन करने के लिए: किसी भी बिजनेस को चलाने में हर रोज के कुछ दैनिक खर्चें होते हैं। कारोबारी पैसा कच्चा माल खरीदनेमें लगा देते हैं या माल की सप्लाई उधारी पर हो जाती है तो कारोबार में दैनिक खर्च पूरा करने में दिक्कत आना शुरु हो जाती है। बिजनेस लोन के जरिये ऐसी दिक्कतों से बचा जा सकता है।
- बिजनेस की नई ब्रांच खोलने के लिए: बिजनेस में अक्सर ऐसा होता है कि एक नाम प्रचलित हो जाता है। वह नाम ब्रांड बन जाता है। इसका सबसे सफल उदाहरण पतंजलि है। कारोबारी चाहते हैं कि उसी नाम के ब्रांड के साथ दूसरी लोकेशन पर अपना बिजनेस खोल लें। लेकिन, दूसरी लोकेशन पर बिजनेस की ब्रांच खोलने में पैसों की दिक्कत सामने आती है। ऐसी स्थिति में बिजनेस लोन सर्वश्रेष्ठ विकल्प साबित होता है। बिजनेस लोन के जरिये कारोबारी अपने बिजनेस की ब्रांच दूसरे लोकेशन पर खोलने में सफल हो सकते हैं।
इस तरह देखा जाये तो किसी भी कारोबार में बिजनेस लोन यानी व्यवसाय ऋण की बहुत ही अधिक अहमियत है। बिजनेस लोन के जरिये कारोबार में दोगुना मुनाफा संभव है।
निष्कर्ष
बिजनेस यानी व्यवसाय को रोजगार के नजरिये से सबसे उत्तम आय का साधन माना जाता है। नौकरी में यह सुविधा होती है कि व्यक्ति को महीने के अंत में सैलरी बहुत आसानी से प्राप्त हो जाती है। वहीं बिजनेस में व्यक्ति को हर रोज पैसा लगाना पड़ता है। हालांकि बिजनेस में जो मुनाफा होता है, उस पुरे मुनाफ़े पर सिर्फ बिजनेसमैन का अख्तियार होता है। मेहनत नौकरी और बिजनेस दोनों में ही समान तौर करना होता है। ऐसा नहीं है कि नौकरी में बिना काम किये सैलरी मिल जाती है। काम तो करना ही पड़ता है। सच्चाई यह भी है कि आज की तारीख में सभी को नौकरी मुनासिब भी नहीं है।
लेकिन, जीवन चलाने के लिए कुछ न कुछ तो उधम करना ही पड़ता है। बहुत से लोग ऐसा सोचते हैं कि वह कोई स्माल बिजनेस करके अपने जीविकापार्जन का इंतजाम करें। यह विचार बहुत उत्तम है। व्यक्ति चाहें तो छोटे स्तर से बिजनेस की शुरुआत कर सकता है और बाद में बिजनेस लोन की मदद से बिजनेस का विस्तार कर सकता है। आपको जानकारी के लिए बता दें कि बिजनेस का विस्तार करने के लिए ZipLoan से 7.5 लाख रुपये तक का बिजनेस लोन, बिना कुछ गिरवी रखे मिलता है।